National Apprenticeship Promotion Scheme (NAPS) | राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना

National Apprenticeship Promotion Scheme : भारत सरकार युवाओं को कौशल विकास और रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए NAPS शुरू की।

NAPS : युवाओं में कौशल विकास के साथ निजी कंपनियों में रोजगार की संभावना बढ़ाने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (NAPS – National Apprenticeship Promotion Scheme) शुरू की गई। यह योजना युवाओं को इंडस्ट्री में ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग के माध्यम से व्यावसायिक अनुभव प्रदान करने और उन्हें रोजगार योग्य बनाने के लिए शुरू की गई थी। 2016 में शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य शिक्षुता (Apprenticeship) को बढ़ावा देना और कंपनियों को प्रशिक्षुओं को रखने के लिए आर्थिक सहायता देना है। इस योजना के तहत प्रशिक्षुओं को सरकारी सहायता मिलती है, जिससे वे अपनी ट्रेनिंग पूरी कर भविष्य में बेहतर नौकरियों के लिए तैयार हो सकें।

skill development scheme : भारत में हर साल लाखों युवा कॉलेज और स्कूलों से स्नातक होते हैं, लेकिन उनमें से बहुत से लोग रोजगार योग्य कौशल (Employability Skills) से वंचित होते हैं। कंपनियों को ऐसे कर्मचारी चाहिए होते हैं, जिन्हें पहले से ही इंडस्ट्री का कुछ अनुभव हो। हालांकि, बिना अनुभव के नौकरी पाना मुश्किल होता है। इसी समस्या को हल करने के लिए भारत सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (NAPS) की शुरुआत की, ताकि युवा सीधे उद्योगों में प्रशिक्षु (Apprentice) के रूप में काम कर सकें और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त कर सकें।

राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (NAPS) भारत सरकार की एक क्रांतिकारी पहल है, जो युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने में मदद करती है। यह योजना न केवल युवाओं को प्रशिक्षित करने में सहायक है, बल्कि उद्योगों को भी कुशल कर्मचारी प्रदान करती है। यदि आप भी अपनी स्किल बढ़ाना, नौकरी पाना या अपना करियर बेहतर बनाना चाहते हैं, तो NAPS योजना का लाभ जरूर उठाएं

राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (NAPS) युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करने की एक बेहतरीन पहल है। इस योजना के तहत युवा न केवल अपने कौशल का विकास कर सकते हैं, बल्कि अच्छी कंपनियों में नौकरी पाने का अवसर भी प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप भी रोजगार योग्य बनना चाहते हैं, तो आज ही NAPS पोर्टल पर आवेदन करें और अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं। 

योजना के मुख्य उद्देश्य

NAPS योजना के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:

  1. शिक्षुता को बढ़ावा देना – देशभर में अधिक से अधिक युवाओं को अप्रेंटिसशिप से जोड़ना।
  2. कौशल विकास – युवाओं को ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग देकर उन्हें उद्योगों के लिए तैयार करना।
  3. रोजगार सृजन – अप्रेंटिसशिप पूरी करने के बाद युवाओं को स्थायी रोजगार दिलाने में मदद करना।
  4. उद्योगों को सहयोग – कंपनियों को प्रशिक्षुओं को रखने के लिए आर्थिक सहायता देना, जिससे वे अधिक प्रशिक्षुओं को रोजगार दें।
  5. आत्मनिर्भर भारत का निर्माण – युवाओं को स्वावलंबी बनाना और देश के आर्थिक विकास में योगदान देना।

योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ

1. युवाओं के लिए लाभ:

ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग: इंडस्ट्री में वास्तविक कार्य अनुभव प्राप्त करने का अवसर।
वेतन सहायता: सरकार द्वारा 25% स्टाइपेंड (अधिकतम ₹1500 प्रति माह) दिया जाता है।
सर्टिफिकेट: अप्रेंटिसशिप पूरी करने के बाद प्रमाणपत्र दिया जाता है, जिससे रोजगार की संभावना बढ़ती है।
रोजगार के अवसर: अप्रेंटिसशिप के बाद कंपनियां प्रशिक्षुओं को स्थायी नौकरी दे सकती हैं।
अल्पकालिक प्रशिक्षण: 6 महीने से 2 साल की अवधि वाले कोर्स उपलब्ध हैं।

2. कंपनियों और उद्योगों के लिए लाभ:

वित्तीय सहायता: सरकार प्रशिक्षुओं के वेतन का 25% (₹1500 प्रति माह) देती है।
उद्योगों के लिए प्रशिक्षित कर्मचारी: कंपनियों को प्रशिक्षित श्रमिक मिलते हैं, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ती है।
CSR और सरकारी मान्यता: कंपनियां इस योजना का लाभ उठाकर कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) के तहत योगदान कर सकती हैं।

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NAPS Benefits : परियोजना के फायदे 

1. NAPS पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें

युवाओं को सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षुता पोर्टल पर जाकर खुद को पंजीकृत करना होगा।

2. कंपनी का चयन करें

रजिस्ट्रेशन के बाद उम्मीदवारों को अपनी पसंद की कंपनी या इंडस्ट्री का चयन करना होगा। इसमें निम्नलिखित क्षेत्रों में अप्रेंटिसशिप की सुविधा उपलब्ध होती है:

  • मैन्युफैक्चरिंग
  • ऑटोमोबाइल
  • आईटी और सॉफ्टवेयर
  • इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल
  • फार्मास्युटिकल
  • बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं

3. अप्रेंटिसशिप पूरी करें और प्रमाणपत्र प्राप्त करें

एक बार अप्रेंटिसशिप पूरा हो जाने के बाद, उम्मीदवारों को सरकार द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है, जिसे वे भविष्य में किसी भी उद्योग में नौकरी पाने के लिए उपयोग कर सकते हैं।

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इस योजना से कौन लाभ उठा सकता है?

NAPS योजना का लाभ लेने के लिए निम्नलिखित पात्रता आवश्यक है:

योग्यता:

  • न्यूनतम 8वीं पास, 10वीं/12वीं पास, आईटीआई, डिप्लोमा, स्नातक आदि।
  • उम्मीदवार की आयु 14 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।

संभावित लाभार्थी:

  • कॉलेज और स्कूल से पासआउट छात्र
  • आईटीआई और पॉलिटेक्निक छात्र
  • बेरोजगार युवा
  • रोजगार की तलाश में नए स्नातक

योजना का प्रभाव और सफलता

NAPS योजना के अंतर्गत अब तक लाखों युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्राप्त हो चुके हैं। कुछ प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं:

  • 10 लाख से अधिक प्रशिक्षुओं ने रजिस्ट्रेशन किया।
  • कई प्रतिष्ठित कंपनियों ने इस योजना को अपनाया, जैसे – मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस, भेल, और एलएंडटी।
  • भारत के सभी प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में इस योजना के अंतर्गत भर्ती हो रही है।

भविष्य की संभावनाएं और सुधार के सुझाव

NAPS योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए निम्नलिखित सुधार किए जा सकते हैं:

युवाओं के बीच अधिक जागरूकता अभियान चलाना।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करना।
स्टाइपेंड की राशि को बढ़ाकर ₹3000 प्रति माह करना।
छोटे और मध्यम उद्योगों (MSME) को भी अधिक प्रशिक्षु रखने के लिए प्रोत्साहित करना।

NAPS) के लिए आवेदन प्रक्रिया

अगर आप राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (NAPS) के तहत अप्रेंटिसशिप (Apprenticeship) करना चाहते हैं, तो इसके लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया बेहद आसान है। नीचे आपको चरण-दर-चरण (Step-by-Step) पूरी आवेदन प्रक्रिया विस्तार से बताई गई है।


आवेदन करने के लिए आवश्यक दस्तावेज

आधार कार्ड (Aadhaar Card) – पहचान प्रमाण के रूप में
शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र (8वीं/10वीं/12वीं/आईटीआई/डिप्लोमा/स्नातक)
बैंक खाता विवरण – स्टाइपेंड के लिए
पासपोर्ट साइज फोटो
मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी

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👉 स्टूडेंट्स/युवाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया

यदि आप युवा उम्मीदवार हैं और इस योजना के तहत अप्रेंटिसशिप (Apprenticeship) करना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:

🔹 स्टेप 1: NAPS पोर्टल पर जाएं

  1. सबसे पहले राष्ट्रीय शिक्षुता पोर्टल (NAPS Portal) पर जाएं।
  2. होम पेज पर आपको “Candidate Registration” या “Apply for Apprenticeship” का विकल्प मिलेगा, उस पर क्लिक करें।

🔹 स्टेप 2: नया पंजीकरण (New Registration) करें

  1. “Candidate Registration” पेज पर अपना नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी डालें।
  2. एक OTP (One-Time Password) आपके मोबाइल नंबर और ईमेल पर भेजा जाएगा, उसे दर्ज करके वेरिफाई करें।
  3. अब आपको अपना आधार नंबर दर्ज करके उसे भी वेरिफाई करना होगा।
  4. आधार वेरिफिकेशन के बाद, एक यूजर आईडी और पासवर्ड मिलेगा, जिसे आप भविष्य में लॉगिन के लिए उपयोग कर सकते हैं।

🔹 स्टेप 3: प्रोफाइल भरें (Complete Your Profile)

  1. व्यक्तिगत जानकारी भरें – नाम, जन्म तिथि, लिंग, पता आदि।
  2. शैक्षणिक योग्यता दर्ज करें – 8वीं/10वीं/12वीं/आईटीआई/डिप्लोमा/स्नातक आदि।
  3. बैंक खाता विवरण डालें – स्टाइपेंड प्राप्त करने के लिए।
  4. अपना कौशल (Skill) और रुचि का क्षेत्र चुनें – मैन्युफैक्चरिंग, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रिकल, आईटी आदि।
  5. अपना रेज़्यूमे (Resume) और पासपोर्ट साइज फोटो अपलोड करें।
  6. जानकारी भरने के बाद “Submit” पर क्लिक करें।

🔹 स्टेप 4: अप्रेंटिसशिप (Apprenticeship) के लिए आवेदन करें

  1. अब अपने अकाउंट में लॉगिन करें
  2. “Find Apprenticeship Opportunities” (अप्रेंटिसशिप के अवसर खोजें) पर क्लिक करें।
  3. इंडस्ट्री और राज्य के आधार पर उपलब्ध कंपनियों की सूची देखें।
  4. अपनी पसंदीदा कंपनी या संस्थान को चुनें और “Apply” बटन पर क्लिक करें।
  5. आपका आवेदन कंपनी को भेज दिया जाएगा।

🔹 स्टेप 5: अप्रेंटिसशिप जॉइन करें और प्रमाणपत्र प्राप्त करें

  1. यदि आपका आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो कंपनी आपको ट्रेनिंग के लिए बुलाएगी।
  2. ट्रेनिंग की अवधि 6 महीने से 2 साल तक हो सकती है, जो कंपनी और कोर्स पर निर्भर करती है।
  3. प्रशिक्षण पूरा करने के बाद, आपको राष्ट्रीय शिक्षुता प्रमाणपत्र (Apprenticeship Certificate) मिलेगा, जो भविष्य में नौकरी पाने में मदद करेगा।
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👉 कंपनियों (Employers) के लिए आवेदन प्रक्रिया

अगर कोई कंपनी या संस्थान NAPS योजना के तहत प्रशिक्षु (Apprentice) रखना चाहता है, तो उन्हें भी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा।

🔹 स्टेप 1: NAPS पोर्टल पर जाएं

  1. NAPS पोर्टल पर जाएं।
  2. “Employer Registration” पर क्लिक करें।

🔹 स्टेप 2: कंपनी का विवरण भरें

  1. कंपनी का नाम, पता, संपर्क विवरण और उद्योग का प्रकार दर्ज करें।
  2. PAN और GST नंबर अपलोड करें।

🔹 स्टेप 3: अप्रेंटिस की रिक्तियां (Vacancies) डालें

  1. कितने प्रशिक्षु चाहिए और किन क्षेत्रों में चाहिए, यह जानकारी भरें।
  2. अप्रेंटिसशिप की अवधि, स्टाइपेंड, और अन्य शर्तें जोड़ें।
  3. सरकार से वेतन सब्सिडी प्राप्त करने के लिए बैंक अकाउंट विवरण भरें।

🔹 स्टेप 4: अप्रेंटिस का चयन करें

  1. अप्रेंटिसशिप पोर्टल पर उपलब्ध उम्मीदवारों की सूची से चयन करें।
  2. चयनित उम्मीदवारों को अप्रेंटिसशिप ऑफर भेजें।
  3. अप्रेंटिसशिप पूरी होने पर सरकार से सब्सिडी प्राप्त करें।

👉 कौन-कौन सी कंपनियां अप्रेंटिसशिप प्रदान करती हैं?

🔹 सरकारी और निजी कंपनियां दोनों इस योजना में भाग ले सकती हैं।
🔹 भारत की शीर्ष कंपनियां जो NAPS योजना के तहत अप्रेंटिसशिप प्रदान कर रही हैं:

  • मारुति सुजुकी
  • टाटा मोटर्स
  • महिंद्रा एंड महिंद्रा
  • रिलायंस इंडस्ट्रीज
  • भारतीय रेलवे
  • भेल (BHEL)
  • एलएंडटी (L&T)
  • आईटीसी लिमिटेड

एनएपीएस संबंधी शिकायत कहां व कैसे करें 

अगर आपने राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (NAPS) के तहत आवेदन किया है और आपको योजना के लाभ नहीं मिल रहे हैं, जैसे कि स्टाइपेंड (₹1500 प्रति माह), अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट, या ट्रेनिंग से जुड़ी कोई समस्या, तो आप इसकी शिकायत (Complaint/Grievance) दर्ज करा सकते हैं। नीचे शिकायत दर्ज कराने के सभी तरीके विस्तार से बताए गए हैं।

1️⃣ ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें (NAPS Grievance Portal पर)

🔹 स्टेप 1: NAPS पोर्टल पर जाएं

🔗 NAPS आधिकारिक पोर्टल पर जाएं।

🔹 स्टेप 2: “Contact Us” या “Grievance” सेक्शन पर क्लिक करें

  • होम पेज पर “Help Desk” या “Grievance Redressal” का विकल्प मिलेगा।
  • उस पर क्लिक करें।

🔹 स्टेप 3: शिकायत फ़ॉर्म भरें

अब एक नया पेज खुलेगा, जहां आपको निम्नलिखित जानकारी भरनी होगी:
नाम (Name) – आपकी पूरी जानकारी सही भरें।
रजिस्ट्रेशन नंबर (Registration ID) – जो आपको अप्रेंटिसशिप पोर्टल से मिला है।
समस्या का प्रकार (Type of Issue) – स्टाइपेंड न मिलना, अप्रेंटिसशिप न मिलना, सर्टिफिकेट न मिलना आदि।
विवरण (Complaint Details) – समस्या को संक्षेप में समझाएं।
संपर्क जानकारी (Contact Information) – आपका मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी।

🔹 स्टेप 4: शिकायत सबमिट करें और ट्रैक करें

  • सभी जानकारी भरने के बाद “Submit” बटन पर क्लिक करें।
  • आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर (Ticket Number) मिलेगा, जिससे आप अपनी शिकायत की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।
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2️⃣ हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें

अगर आपको ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने में कोई समस्या हो रही है, तो आप सीधे NAPS हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं।

📞 राष्ट्रीय शिक्षुता सहायता केंद्र (NAPS Help Desk):
📞 टोल-फ्री नंबर: 1800-123-9626

समय: सोमवार से शुक्रवार (सुबह 10:00 AM – शाम 5:00 PM)

क्या पूछ सकते हैं?

  • स्टाइपेंड नहीं मिल रहा है, तो क्या करें?
  • अप्रेंटिसशिप जॉइन करने में समस्या आ रही है।
  • रजिस्ट्रेशन या पोर्टल से जुड़ी कोई दिक्कत हो रही है।
  • ट्रेनिंग सेंटर से जुड़ी कोई समस्या है।

3️⃣ ईमेल के जरिए शिकायत : Email Support 

अगर आपको पोर्टल या हेल्पलाइन से समाधान नहीं मिल रहा है, तो आप आधिकारिक ईमेल आईडी पर शिकायत भेज सकते हैं।

📧 ईमेल आईडी: helpdesk@apprenticeshipindia.gov.in

कैसे लिखें ईमेल? (Email Format)

🔹 Subject: NAPS Grievance – Stipend Not Received / Apprenticeship Issue
🔹 Body:

  • अपना नाम और रजिस्ट्रेशन आईडी लिखें।
  • समस्या को विस्तार से बताएं (स्टाइपेंड न मिलना, अप्रेंटिसशिप जॉइन करने में दिक्कत, सर्टिफिकेट न मिलना आदि)।
  • अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दें।
  • समाधान की मांग करें।

4️⃣ अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग सेंटर या कंपनी से संपर्क करें

अगर आपको स्टाइपेंड नहीं मिल रहा है या ट्रेनिंग में कोई समस्या आ रही है, तो सबसे पहले अपने ट्रेनिंग सेंटर या जिस कंपनी में अप्रेंटिसशिप कर रहे हैं, वहां संपर्क करें।

📌 कैसे संपर्क करें?

  • HR या अप्रेंटिसशिप मैनेजर से मिलें और अपनी समस्या बताएं।
  • अपने अप्रेंटिसशिप एग्रीमेंट कॉपी दिखाएं।
  • कंपनी आपकी समस्या का समाधान नहीं करती है, तो आप NAPS पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें। 

5️⃣ क्षेत्रीय अप्रेंटिसशिप कार्यालय (Regional Apprenticeship Office) में शिकायत करें

हर राज्य में सरकार ने क्षेत्रीय अप्रेंटिसशिप कार्यालय (Regional Apprenticeship Office) बनाए हैं, जहां आप व्यक्तिगत रूप से जाकर अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

कैसे संपर्क करें?

  1. अपने राज्य या जिले के NAPS अप्रेंटिसशिप ऑफिस का पता जानने के लिए Apprenticeship India Portal पर जाएं।
  2. “Regional Offices” या “Contact Us” सेक्शन में जाएं।
  3. अपने राज्य के अप्रेंटिसशिप अधिकारी (Apprenticeship Advisor) से संपर्क करें।

6️⃣ प्रधानमंत्री हेल्पलाइन या कौशल विकास मंत्रालय में शिकायत करें

अगर आपको ऊपर बताए गए तरीकों से समाधान नहीं मिलता, तो आप सीधे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) और कौशल विकास मंत्रालय में शिकायत कर सकते हैं।

📞 कौशल विकास मंत्रालय हेल्पलाइन:
📞 टोल-फ्री नंबर: +91-11-23465889
📧 ईमेल: grievance@msde.gov.in

🚀 यह तरीका तब अपनाएं जब आपकी शिकायत लंबे समय तक अनसुलझी रह जाए। 

👉 शिकायत करने के बाद क्या करें?

🔹 शिकायत दर्ज करने के बाद, अपने Ticket Number को सुरक्षित रखें।
🔹 7-15 दिनों के अंदर जवाब नहीं मिले तो दोबारा संपर्क करें।
🔹 अगर स्टाइपेंड न मिल रहा हो, तो बैंक स्टेटमेंट के साथ दोबारा शिकायत करें।

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