महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार ने जननी सुरक्षा योजना (Janani Suraksha Yojana) की शुरुआत की है। यह योजना गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, जिससे वे गर्भावस्था और प्रसव के दौरान होने वाले खर्चों को आसानी से पूरा कर सकें। इस योजना के माध्यम से गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाएं बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त कर सकती हैं और शिशु मृत्यु दर तथा मातृ मृत्यु दर में कमी लाने में योगदान देती हैं। जननी सुरक्षा योजना के तहत हर साल लगभग 1 करोड़ से अधिक महिलाएं लाभान्वित होती हैं। इस योजना ने न केवल गरीब और पिछड़े वर्ग की महिलाओं के स्वास्थ्य को सुधारा है, बल्कि शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर को भी काफी हद तक कम किया है। जननी सुरक्षा योजना 2024 गर्भवती महिलाओं और उनके नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए प्रेरित करती है और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करती है। अगर आप भी पात्र हैं, तो इस योजना का लाभ उठाएं और अपने स्वास्थ्य और अपने बच्चे के स्वास्थ्य को सुरक्षित बनाएं। “स्वस्थ मां, स्वस्थ भारत” का सपना साकार करने में जननी सुरक्षा योजना एक मजबूत कदम है। इस आर्टिकल में हम जननी सुरक्षा योजना की पूरी जानकारी, इसके लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया और इससे संबंधित अन्य महत्वपूर्ण जानकारियों को विस्तार से साझा करेंगे।
JSY : जननी सुरक्षा योजना 2024: एक नज़र में जानकारी
योजना का नाम | जननी सुरक्षा योजना (Janani Suraksha Yojana) |
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शुरुआत | भारत सरकार |
लाभार्थी | गर्भवती महिलाएं |
लाभ | ₹6,000 की आर्थिक सहायता |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन और ऑफलाइन |
आधिकारिक वेबसाइट | https://nhm.gov.in |
Janani Suraksha Yojana in Hindi : एक संक्षिप्त विवरण
जननी सुरक्षा योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जो गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देना और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना है। इस योजना के तहत, भारत में रहने वाली कोई भी गर्भवती महिला, चाहे वह शादीशुदा हो या अविवाहित, सरकारी या निजी अस्पताल में प्रसव कराए तो उसे ₹6000 की आर्थिक सहायता मिलती है। यह राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में स्थानांतरित की जाती है। इसके अतिरिक्त, ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को ₹1400 और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को ₹1000 की अतिरिक्त राशि भी प्रदान की जाती है। मातृ वंदना योजना के तहत भी महिलाओं को ₹5000 की अतिरिक्त सहायता दी जाती है। यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संचालित की जाती है।
Janani suraksha yojana amount : जननी सुरक्षा योजना के उद्देश्य
जननी सुरक्षा योजना का मुख्य उद्देश्य भारत में रहने वाली गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य है कि गर्भवती महिलाएं अपनी स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें और सुरक्षित प्रसव कर सकें। इस योजना के कुछ प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी: योजना का मुख्य उद्देश्य मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। आर्थिक सहायता प्रदान करके महिलाएं अपनी गर्भावस्था के दौरान बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकती हैं, जिससे प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं को कम किया जा सकता है।
- संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना: योजना का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहित करना है। संस्थागत प्रसव में प्रशिक्षित चिकित्सकों की देखरेख में प्रसव होता है, जिससे जटिलताओं की संभावना कम हो जाती है।
- गर्भावस्था के दौरान पोषण में सुधार: योजना के माध्यम से मिलने वाली आर्थिक सहायता का उपयोग महिलाएं अपने और अपने अजन्मे बच्चे के लिए पोषक आहार खरीदने में कर सकती हैं।
- स्वास्थ्य जांच: इस योजना के तहत महिलाओं को नियमित स्वास्थ्य जांच करवाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे गर्भावस्था से जुड़ी किसी भी समस्या का समय पर पता चल जाता है।
- लैंगिक समानता: यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण और लैंगिक समानता को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
जननी सुरक्षा योजना के लाभ : Benefits of Janani Suraksha Yojana
- ₹6,000 की आर्थिक सहायता: गर्भवती महिलाओं को सरकारी और निजी अस्पताल में डिलीवरी करवाने पर सीधे बैंक अकाउंट में ₹6,000 की राशि दी जाती है।
- शहरी और ग्रामीण महिलाओं के लिए अलग-अलग सहायता: ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को ₹1,400 और शहरी क्षेत्रों में ₹1,000 की अतिरिक्त सहायता दी जाती है।
- निःशुल्क टीकाकरण: योजना के तहत बच्चों का टीकाकरण 5 वर्ष की आयु तक मुफ्त किया जाता है।
- प्रसव से पहले और बाद की देखभाल: महिलाओं को प्रसव से पहले और बाद में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
- मातृ वंदना योजना का लाभ: जननी सुरक्षा योजना के अलावा, गर्भवती महिलाओं को मातृ वंदना योजना के अंतर्गत ₹5,000 की अतिरिक्त आर्थिक सहायता भी मिलती है।
- आवेदन प्रक्रिया सरल: महिलाएं इस योजना का लाभ ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आसानी से ले सकती हैं।
जननी सुरक्षा योजना पात्रता : Eligibility of Janani Suraksha Yojana
योजना का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को निम्नलिखित पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा:
- भारतीय नागरिकता: लाभार्थी महिला भारत में निवास करने वाली होनी चाहिए।
- शादीशुदा महिलाएं: केवल शादीशुदा महिलाएं, जिनकी उम्र 19 वर्ष या उससे अधिक हो, इस योजना का लाभ ले सकती हैं।
- अस्पताल में डिलीवरी: महिला की डिलीवरी सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल में हुई होनी चाहिए।
- दो बच्चों तक का लाभ: इस योजना का लाभ एक महिला को अधिकतम दो बच्चों के जन्म तक ही दिया जाता है।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज : Documents for Janani Suraksha Yojana
योजना में आवेदन करने के लिए महिलाओं को निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड: पहचान पत्र के रूप में।
- निवास प्रमाण पत्र: भारतीय नागरिकता प्रमाणित करने के लिए।
- बीपीएल राशन कार्ड: गरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवारों के लिए।
- जननी सुरक्षा कार्ड: योजना के लिए आवेदन करते समय।
- डिलीवरी सर्टिफिकेट: अस्पताल द्वारा जारी।
- बैंक पासबुक: बैंक अकाउंट की जानकारी के लिए।
- मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो।
जननी सुरक्षा योजना में आवेदन कैसे करें? : How to Apply for Janani Suraksha Yojana
योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है। आप इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र या सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।
- योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
- सभी आवश्यक दस्तावेजों को आवेदन फॉर्म के साथ संलग्न करें।
- फॉर्म को सही ढंग से भरकर संबंधित अधिकारी को जमा करें।
- आवेदन की स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए आप स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया:
- https://nhm.gov.in पर जाएं।
- योजना के आवेदन फॉर्म को डाउनलोड करें।
- फॉर्म को भरने के बाद उसे प्रिंट करें।
- सभी आवश्यक दस्तावेजों को फॉर्म के साथ संलग्न करें।
- भरे हुए फॉर्म को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जमा करें।