Poultry Subsidy Scheme ; राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में मुर्गीपालन की नस्ल सुधार के लिए एक विशेष योजना चलाई जा रही है, जिसका उद्देश्य पोल्ट्री उद्योग को संगठित करना, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना और किसानों को आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के माध्यम से सरकार छोटे और मध्यम स्तर के पोल्ट्री उद्यमियों को तकनीकी एवं वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में मुर्गीपालन को एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में स्थापित किया जा सके। इस योजना के तहत उद्यमियों, किसान संगठनों और स्वयं सहायता समूहों (SHG) को पोल्ट्री फॉर्म, ग्रामीण हैचरी और मदर यूनिट की स्थापना के लिए 50% पूंजीगत सब्सिडी (अधिकतम 25 लाख रुपये तक) दी जाती है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कम लागत वाली और पारंपरिक पोल्ट्री नस्लों में सुधार करना है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में कम संसाधनों में भी मुर्गीपालन को एक सफल व्यवसाय के रूप में स्थापित किया जा सके। सरकार उन उद्यमियों को प्रोत्साहित कर रही है जो फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंकेज (Hub & Spoke Model) स्थापित कर सकते हैं, जिससे हैचिंग अंडों और चूजों का उत्पादन बढ़े और किसानों को उच्च गुणवत्ता वाली नस्लों की मुर्गियाँ उपलब्ध कराई जा सकें। इस योजना को भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग (DAHD) तथा राज्य पशुपालन विभाग द्वारा लागू किया जा रहा है, जिससे इसकी निगरानी और प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके।
NLM scheme subsidy : मुर्गीपालन योजना – कम लागत में बेहतर स्वरोजगार का अवसर
NLM scheme subsidy : यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में कम लागत वाली तकनीक के माध्यम से मुर्गीपालन को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। इसके तहत—
- 1,000 या उससे अधिक मुर्गियों के पैरेंट फार्म (Parent Farm) की स्थापना की जाएगी, जिससे मुर्गीपालन संगठित रूप से किया जा सके।
- चूजों के उत्पादन के लिए हैचरी (Hatchery) स्थापित की जाएगी, जिससे बेहतर नस्ल के चूजे तैयार किए जा सकें।
- चूजों के पालन-पोषण के लिए ब्रूडर मदर यूनिट (Brooder Mother Unit) बनाई जाएगी, जिससे चूजे स्वस्थ और सक्षम बन सकें।
इस योजना के तहत अधिकतम 25 लाख रुपये तक का अनुदान (सब्सिडी) दिया जाएगा, जिससे मुर्गीपालन को एक लाभकारी व्यवसाय बनाया जा सके।
योजना के प्रमुख उद्देश्य
- असंगठित ग्रामीण मुर्गीपालन को संगठित बनाना – इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचलित पारंपरिक और असंगठित मुर्गीपालन को आधुनिक, तकनीकी और संगठित रूप देना है, जिससे यह अधिक लाभकारी और टिकाऊ व्यवसाय बन सके।
- टिकाऊ उद्यमशीलता को बढ़ावा देना – ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना इस योजना का एक अहम लक्ष्य है, ताकि लोग आत्मनिर्भर बनें और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।
- अग्र एवं पश्च संपर्कों की स्थापना – योजना के तहत हैचरी, पेरेंट फार्म और मदर यूनिट जैसी संरचनाओं का विकास कर एक ऐसा नेटवर्क तैयार किया जा रहा है, जिससे पोल्ट्री व्यवसाय से जुड़े लोगों को संपूर्ण उत्पादन और विपणन सुविधाएं मिल सकें।
- गैर-परंपरागत एवं किफायती आहार को बढ़ावा देना – मुर्गियों के बेहतर पोषण और कम लागत में अधिक उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक एवं कम लागत वाले आहारों को अपनाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है, जिससे मुर्गीपालन अधिक किफायती और टिकाऊ बन सके।
NLM poultry scheme Amount : सहायता का पैटर्न
इस योजना के तहत 50% पूंजीगत सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो अधिकतम 25 लाख रुपये तक सीमित है। यह सहायता दो किस्तों में जारी की जाती है, जिससे उद्यमी अपनी परियोजना को सुचारू रूप से विकसित कर सकें।
- पहली किस्त – यह किस्त भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) द्वारा अनुसूचित बैंक या राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) जैसे वित्तीय संस्थानों को अग्रिम रूप से जारी की जाती है। बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा बिजनेस लोन की पहली किस्त जारी करने और राज्य कार्यान्वयन एजेंसी (SIA) द्वारा पुष्टि किए जाने के बाद, यह राशि लाभार्थी के खाते में जमा कर दी जाती है।
- दूसरी किस्त – यह किस्त तब जारी की जाती है जब परियोजना पूरी हो जाती है और SIA द्वारा प्रमाणित की जाती है। इसके बाद, SIDBI द्वारा शेष 50% सब्सिडी की राशि जारी कर दी जाती है।
- स्व-वित्तपोषित (Self-financed) परियोजनाओं के लिए – यदि कोई उद्यमी स्व-वित्तपोषण मोड में परियोजना शुरू करता है, तो उसकी परियोजना का मूल्यांकन उस बैंक द्वारा किया जाएगा, जहां उसका खाता है। पहली किस्त SIDBI द्वारा सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी।
- सब्सिडी जारी करने की शर्तें –
- सब्सिडी प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को बुनियादी ढांचे (Infrastructure) पर कम से कम 25% लागत खर्च करनी होगी।
- इस खर्च का सत्यापन राज्य कार्यान्वयन एजेंसी (SIA) द्वारा किया जाएगा।
- जब परियोजना पूरी हो जाएगी और SIA इसे प्रमाणित कर देगी, तब दूसरी किस्त जारी होगी।
- बैंक गारंटी की अनिवार्यता –
- स्व-वित्तपोषित परियोजनाओं में लाभ प्राप्त करने के इच्छुक उद्यमियों/पात्र संस्थाओं को तीन साल के लिए वैध बैंक गारंटी प्रस्तुत करनी होगी।
- यह बैंक गारंटी भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग (DAHD) के नाम पर जारी करनी होगी।
- मूल बैंक गारंटी SIA की सुरक्षित अभिरक्षा में रखी जाएगी और इसकी एक प्रति एवं एक घोषणा पत्र आवेदन जमा करते समय ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य होगा।
- इन मदों पर सब्सिडी नहीं दी जाएगी –
- कार्यशील पूंजी (Working Capital)
- निजी वाहन (Private Vehicles)
- भूमि की खरीद (Land Purchase)
- भूमि किराए (Land Rent) और पट्टे की लागत (Lease Costs)
इस योजना का उद्देश्य पोल्ट्री फार्मिंग को संगठित और आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है, ताकि अधिक से अधिक उद्यमी इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकें।
NLM poultry scheme Eligibility : मुर्गीपालन के लिए पूंजीगत सब्सिडी प्राप्त करने योग्य वस्तुएं
यदि कोई व्यक्ति या समूह मुर्गीपालन के लिए सरकार द्वारा दी जाने वाली पूंजीगत सब्सिडी प्राप्त करना चाहता है, तो उसे निम्नलिखित वस्तुओं पर खर्च करना होगा। इन वस्तुओं पर सरकार सहायता देती है—
- पैरेंट लेयर फार्म के लिए
- मुर्गियों के अंडे देने वाले पैरेंट लेयर फार्म की स्थापना।
- फार्म को चलाने के लिए आवश्यक उपकरणों की खरीद।
- शेड (मुर्गी रखने के लिए स्थान) का निर्माण
- पैरेंट लेयर मुर्गियों के लिए शेड (बाड़े) बनाना।
- शेड में मुर्गियों के खाने और पानी के लिए आवश्यक चिक फीडर, चिक ड्रिंकर, एडल्ट फीडर, एडल्ट ड्रिंकर जैसे उपकरणों की व्यवस्था।
- हैचरी (अंडों से चूजों को निकालने की व्यवस्था) के लिए
- अंडों को सही तापमान में रखने और चूजे निकालने की हैचरी का निर्माण।
- हैचरी बिल्डिंग और आवश्यक उपकरणों के लिए
- हैचरी के लिए इमारत का निर्माण।
- अंडों को सेने (इनक्यूबेट करने) के लिए इनक्यूबेटर, हैचर और जनरेटर की खरीद।
- ब्रूडर यूनिट (चूजों के पालन-पोषण की व्यवस्था) के लिए
- छोटे चूजों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए ब्रूडर यूनिट का निर्माण।
- इस यूनिट में चूजों के भोजन और पानी के लिए चिक फीडर, चिक ड्रिंकर और इलेक्ट्रिक ब्रूडर की व्यवस्था।
पात्र संस्थाएं : कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) के तहत मुर्गीपालन योजना का लाभ उठाने के लिए विभिन्न प्रकार की संस्थाएं और व्यक्तियों को पात्र माना गया है। इस योजना का उद्देश्य केवल बड़े व्यवसायों तक सीमित नहीं है, बल्कि छोटे उद्यमियों, किसानों और संगठनों को भी प्रोत्साहन प्रदान करना है। नीचे पात्र संस्थाओं का विस्तृत विवरण दिया गया है—
1. व्यक्तिगत उद्यमी (Individuals)
इस योजना के तहत कोई भी व्यक्ति जो मुर्गीपालन व्यवसाय शुरू करना चाहता है, वह इस सब्सिडी का लाभ उठा सकता है। इसके लिए व्यक्ति को आवश्यक दस्तावेज़, परियोजना प्रस्ताव, बैंक ऋण स्वीकृति एवं अन्य शर्तों को पूरा करना होगा। यह उन व्यक्तियों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो छोटे स्तर से शुरुआत करके अपने व्यवसाय को बड़ा बनाना चाहते हैं।
2. कृषक उत्पादक संगठन (FPO – Farmer Producer Organization)
कृषक उत्पादक संगठन (FPO) किसानों के एक समूह द्वारा संचालित संगठन होता है, जिसे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए गठित किया जाता है। ये संगठन किसानों को एक साथ लाकर मुर्गीपालन, चूजा उत्पादन, अंडा उत्पादन एवं बाजार तक उनकी पहुंच को मजबूत बनाने में सहायता करते हैं। FPO को इस योजना के तहत 50% पूंजीगत अनुदान का लाभ मिल सकता है, जिससे वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकते हैं।
3. कृषक सहकारी संगठन (FCO – Farmer Cooperative Organization)
FCO वे संगठन होते हैं, जो किसानों के समूह में काम करने और उनके उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं। मुर्गीपालन योजना के तहत, FCO को अनुदान के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है, जिससे वे बेहतर संरचना, आधुनिक सुविधाएं एवं नए उपकरण स्थापित कर सकते हैं।
4. संयुक्त देयता समूह (JLG – Joint Liability Group)
संयुक्त देयता समूह (JLG) छोटे और सीमांत किसानों, मजदूरों एवं ग्रामीण उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण विकल्प है। यह समूह 5-10 लोगों का एक समूह होता है, जो बैंक या वित्तीय संस्थानों से ऋण लेने के लिए एक-दूसरे की गारंटी देते हैं।
- इस योजना के तहत, JLG को मुर्गी फार्म, हैचरी एवं ब्रूडर यूनिट स्थापित करने के लिए आर्थिक सहायता मिल सकती है।
- वे एक समूह के रूप में योजना का लाभ उठाकर बेहतर संसाधनों, तकनीकों एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों तक पहुंच बना सकते हैं।
5. स्वयं सहायता समूह (SHG – Self Help Group)
स्वयं सहायता समूह (SHG) वे समूह होते हैं, जिनमें ग्रामीण महिलाएं, छोटे किसान, बेरोजगार युवा या अन्य जरूरतमंद लोग शामिल होते हैं, जो मिलकर किसी व्यावसायिक गतिविधि को संचालित करते हैं। SHG को इस योजना के तहत—
- मुर्गी फार्म, चूजा पालन केंद्र एवं ब्रूडर यूनिट स्थापित करने के लिए अनुदान दिया जाता है।
- सरकार इन समूहों को तकनीकी ज्ञान, प्रशिक्षण एवं बाजार से जोड़ने की सुविधाएं भी प्रदान करती है।
- यह ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है।
6. धारा 8 कंपनियां (Section 8 Companies)
धारा 8 कंपनियां वे कंपनियां होती हैं, जो गैर-लाभकारी उद्देश्यों के लिए पंजीकृत की जाती हैं और समाज कल्याण से जुड़े कार्यों में संलग्न रहती हैं। यदि कोई धारा 8 कंपनी ग्रामीण क्षेत्र में मुर्गीपालन को बढ़ावा देने, किसानों को प्रशिक्षण देने या उनके लिए बाजार उपलब्ध कराने का कार्य करती है, तो वह इस योजना का लाभ उठा सकती है।
NLM scheme Bank list : मुर्गी पालन के लिए बैंक लोन
NLM scheme Bank list : मुर्गी पालन उद्योग स्थापित करने के लिए बैंकों से लोन प्राप्त करना एक बेहतरीन विकल्प है। सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत, मुर्गीपालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए कई राष्ट्रीय और निजी बैंक वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं। इस योजना के तहत, परियोजना की कुल लागत का कुछ हिस्सा आवेदक द्वारा निवेश किया जाता है, और शेष राशि बैंक ऋण या वित्तीय संस्थानों से ली जाती है।
यदि आप मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं और बैंक से लोन लेना चाहते हैं, तो निम्नलिखित बैंक इस क्षेत्र में विशेष लोन योजनाएं प्रदान करते हैं—
1. एसबीआई (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) पोल्ट्री लोन
एसबीआई पोल्ट्री फार्म, ब्रूडर यूनिट, हैचरी, अंडा उत्पादन एवं चिकन प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने के लिए कर्ज प्रदान करता है। इसमें लंबी अवधि का लोन, कार्यशील पूंजी लोन एवं सब्सिडी आधारित योजनाएं शामिल हैं।
2. पीएनबी (पंजाब नेशनल बैंक) पोल्ट्री लोन
पीएनबी किसानों और छोटे व्यवसायियों को मुर्गी पालन के लिए विशेष ऋण योजनाएं प्रदान करता है। यह बैंक न्यूनतम ब्याज दर और आसान पुनर्भुगतान विकल्पों के साथ लोन देता है।
3. बैंक ऑफ इंडिया पोल्ट्री लोन
बैंक ऑफ इंडिया व्यक्तिगत उद्यमियों, एफपीओ, एसएचजी एवं सहकारी संगठनों को मुर्गी पालन के लिए ऋण प्रदान करता है। इसमें अंडा उत्पादन, ब्रॉयलर फार्मिंग, चूजा उत्पादन और पोल्ट्री प्रोसेसिंग यूनिट के लिए फंडिंग उपलब्ध है।
4. केनरा बैंक पोल्ट्री लोन
केनरा बैंक कम ब्याज दर और लंबी पुनर्भुगतान अवधि के साथ पोल्ट्री व्यवसाय के लिए लोन प्रदान करता है। यह लोन व्यक्तिगत किसान, छोटे उद्यमी एवं महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए भी उपलब्ध है।
5. बैंक ऑफ बड़ौदा पोल्ट्री लोन
बैंक ऑफ बड़ौदा मुर्गी पालन व्यवसाय के लिए सब्सिडी आधारित लोन, आसान दस्तावेजीकरण प्रक्रिया और लंबी अवधि के वित्तीय सहायता की सुविधा प्रदान करता है।
6. फेडरल बैंक पोल्ट्री लोन
फेडरल बैंक पोल्ट्री व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए तेजी से लोन स्वीकृति, न्यूनतम दस्तावेज और कस्टमाइज्ड भुगतान विकल्पों के साथ ऋण प्रदान करता है।
7. एचडीएफसी बैंक पोल्ट्री लोन
एचडीएफसी बैंक पोल्ट्री व्यवसाय के लिए व्यक्तिगत और व्यावसायिक ऋण प्रदान करता है। यह बैंक आधुनिक मुर्गी पालन तकनीकों, फार्मिंग इक्विपमेंट और वर्किंग कैपिटल के लिए विशेष लोन देता है।
8. आईसीआईसीआई बैंक पोल्ट्री लोन
आईसीआईसीआई बैंक बड़े पोल्ट्री फार्म, छोटे उद्यमियों और महिला किसानों के लिए विशेष ऋण योजनाएं प्रदान करता है। इसमें सुलभ ईएमआई विकल्प और डिजिटल लोन आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध है।
NABARD poultry subsidy scheme : मुर्गी पालन पर सब्सिडी के लिए आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
NABARD poultry subsidy scheme : यदि आप मुर्गी पालन पर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कुछ आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे। ये दस्तावेज आपकी पात्रता, वित्तीय स्थिति और परियोजना के लिए आपकी तत्परता को प्रमाणित करते हैं।
सब्सिडी आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- परियोजना में आवेदक के हिस्से का प्रमाण
- यह प्रमाणित करता है कि आवेदक परियोजना में अपना निवेश कर रहा है और पात्रता मानदंड पूरा करता है।
- परियोजना में शामिल होने वाले किसानों की सूची
- यदि परियोजना एफपीओ, एफसीओ, जेएलजी या एसएचजी के माध्यम से लागू की जा रही है, तो इसमें शामिल किसानों की सूची आवश्यक है।
- आवेदक का पते का प्रमाण
- आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या वोटर आईडी कार्ड में से कोई एक दस्तावेज।
- पिछले 3 वर्षों का लेखा परीक्षित वित्तीय विवरण (कंपनी के मामले में)
- यदि कोई कंपनी या संगठन आवेदन कर रहा है, तो उसे पिछले तीन वर्षों के वित्तीय रिकॉर्ड प्रस्तुत करने होंगे।
- आवेदक का पिछले 3 साल का इनकम टैक्स रिटर्न (ITR)
- यह दस्तावेज आवेदक की वित्तीय स्थिति और टैक्स भुगतान इतिहास को प्रमाणित करता है।
- आवेदक का पिछले 6 माह का बैंक स्टेटमेंट
- इससे यह पता चलता है कि आवेदक की वित्तीय स्थिति लोन चुकाने या परियोजना में निवेश करने के लिए सक्षम है।
- मुख्य प्रमोटर का पैन व आधार कार्ड
- पहचान प्रमाण के रूप में पैन कार्ड और आधार कार्ड की आवश्यकता होती है।
- आवेदक का जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो तो)
- यदि आवेदक अनुसूचित जाति/जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग (SC/ST/OBC) से है, तो सरकारी लाभ प्राप्त करने के लिए जाति प्रमाण पत्र आवश्यक हो सकता है।
- आवेदक का प्रशिक्षण प्रमाण-पत्र
- यदि आवेदक ने मुर्गी पालन से संबंधित कोई सरकारी या निजी प्रशिक्षण प्राप्त किया है, तो इसका प्रमाण पत्र देना होगा।
- आवेदक का अनुभव प्रमाण पत्र
- यदि आवेदक के पास पोल्ट्री फार्मिंग का कोई पूर्व अनुभव है, तो इसका प्रमाण पत्र जमा करना होगा।
- आवेदक की स्कैन की गई फोटो
- आवेदन पत्र के साथ हाल ही में खींची गई पासपोर्ट साइज फोटो संलग्न करनी होगी।
- आवेदक के स्कैन किए गए हस्ताक्षर
- आवेदन पत्र को डिजिटल रूप से मान्यता देने के लिए आवेदक के हस्ताक्षर का स्कैन किया हुआ दस्तावेज़ आवश्यक है।
NLM Poultry scheme apply online : मुर्गी पालन पर सब्सिडी के लिए कैसे करें आवेदन
NLM Poultry scheme apply online : अगर आप मुर्गी पालन पर सब्सिडी का लाभ पाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission – NLM) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और इसे घर बैठे या नजदीकी CSC (Common Service Center) सेंटर से भी किया जा सकता है।
1️⃣ राष्ट्रीय पशुधन मिशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
- सबसे पहले राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) की आधिकारिक वेबसाइट www.nlm.udyamimitra.in पर विजिट करें।
2️⃣ होम पेज पर “Apply” विकल्प पर क्लिक करें
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “Apply” का विकल्प मिलेगा, उस पर क्लिक करें।
3️⃣ लॉगिन विकल्प चुनें
- अप्लाई पर क्लिक करने के बाद आपके सामने दो विकल्प आएंगे:
- “उद्यमी के रूप में लॉगिन करें” (Entrepreneur Login)
- “सरकार अथवा अन्य एजेंसियों के रूप में लॉगिन करें”
- आपको “उद्यमी के रूप में लॉगिन करें” विकल्प को चुनना है।
4️⃣ रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी करें
- इसके बाद “Register” पर क्लिक करें।
- अब आपको निम्नलिखित जानकारी भरनी होगी:
✅ आवेदक का नाम
✅ स्थिति (व्यक्तिगत, कंपनी, संगठन आदि)
✅ राज्य, जिला और शहर
✅ अधिकृत व्यक्ति का विवरण
✅ मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी
5️⃣ रजिस्टर करने के बाद लॉगिन करें
- सभी जानकारी भरने के बाद “Register” बटन पर क्लिक करें।
- इसके बाद “Login” पर क्लिक करें।
- अब आपको अपना यूजरनेम और पासवर्ड दर्ज करके लॉगिन करना होगा।
6️⃣ राष्ट्रीय पशुधन मिशन के लिए आवेदन फॉर्म भरें
- लॉगिन करने के बाद “राष्ट्रीय पशुधन मिशन के लिए आवेदन” विकल्प पर क्लिक करें।
- इसके बाद “Application Form” खुल जाएगा।
7️⃣ आवेदन फॉर्म में आवश्यक विवरण भरें
- आवेदन पत्र में निम्नलिखित जानकारी दर्ज करें:
✅ व्यक्तिगत / संगठनात्मक जानकारी
✅ परियोजना से संबंधित विवरण
✅ मुर्गी पालन से संबंधित आवश्यक जानकारी
8️⃣ आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें
- आवेदन पत्र के साथ निम्नलिखित दस्तावेज अपलोड करने होंगे:
✅ आधार कार्ड, पैन कार्ड
✅ बैंक खाता विवरण और पासबुक की कॉपी
✅ परियोजना की डीपीआर (Detail Project Report – DPR)
✅ आवेदक का अनुभव प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
✅ आवेदन में भाग लेने वाले किसानों की सूची (यदि लागू हो)
9️⃣ आवेदन सबमिट करें
- सभी जानकारी भरने और दस्तावेज अपलोड करने के बाद “Submit” बटन पर क्लिक करें।
- आपका आवेदन सफलतापूर्वक राष्ट्रीय पशुधन मिशन पोर्टल पर जमा हो जाएगा।
CSC सेंटर के माध्यम से आवेदन करें
अगर आप खुद ऑनलाइन आवेदन नहीं कर सकते, तो आप अपने नजदीकी CSC (Common Service Center) जन सेवा केंद्र पर जाकर भी आवेदन कर सकते हैं।
📌 CSC सेंटर पर आवेदन के लिए:
- अपने सभी आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी लेकर जाएं।
- CSC ऑपरेटर से NLM योजना के तहत पोल्ट्री सब्सिडी के लिए आवेदन करने को कहें।
- CSC ऑपरेटर आपका रजिस्ट्रेशन और आवेदन प्रक्रिया पूरी कर देगा।
- आवेदन पूरा होने के बाद आपको रेफरेंस नंबर मिलेगा, जिससे आप अपने आवेदन की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं।
मुर्गी पालन व्यवसाय को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें सब्सिडी और वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) के तहत, पोल्ट्री फार्मिंग के लिए सब्सिडी उपलब्ध है। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में मुर्गी पालन को संगठित करना और उद्यमिता को बढ़ावा देना है।
अक्सर पुछे जाने वाले प्रश्न
How to get subsidy for poultry farming?
मुर्गी पालन के लिए सब्सिडी प्राप्त करने के लिए, आपको राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) या संबंधित राज्य सरकार की योजनाओं के तहत आवेदन करना होगा। आवेदन प्रक्रिया में आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ ऑनलाइन या ऑफ़लाइन आवेदन शामिल है। अधिक जानकारी के लिए, अपने राज्य के पशुपालन विभाग या NLM की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
What is the poultry subsidy 2024?
2024 में, राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) के तहत मुर्गी पालन परियोजनाओं के लिए 50% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो अधिकतम 25 लाख रुपये तक हो सकती है। यह सब्सिडी दो समान किस्तों में दी जाती है: पहली किस्त 25% बुनियादी ढांचे के पूरा होने और सत्यापन के बाद, और दूसरी किस्त परियोजना के पूर्ण होने और सत्यापन के पश्चात।
What is the subsidy of poultry in NLM?
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) के तहत, मुर्गी पालन परियोजनाओं के लिए कुल परियोजना लागत का 50% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो अधिकतम 25 लाख रुपये तक सीमित है। यह सब्सिडी दो बराबर किस्तों में दी जाती है: पहली किस्त 25% बुनियादी ढांचे के निर्माण और सत्यापन के बाद, और दूसरी किस्त परियोजना के पूर्ण होने और सत्यापन के पश्चात।
मुर्गी पालन के लिए सब्सिडी कैसे प्राप्त करें?
मुर्गी पालन पर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए, आपको राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) या संबंधित राज्य सरकार की योजनाओं के तहत आवेदन करना होगा। आवेदन प्रक्रिया में आवश्यक दस्तावेज़ों के साथ ऑनलाइन या ऑफ़लाइन आवेदन शामिल है। अधिक जानकारी के लिए, अपने राज्य के पशुपालन विभाग या NLM की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
1 करोड़ सब्सिडी योजना क्या है?
विभिन्न राज्य सरकारें बड़े पैमाने पर मुर्गी पालन इकाइयों के लिए उच्च सब्सिडी प्रदान करती हैं। उदाहरण के लिए, बिहार सरकार की समेकित मुर्गी विकास योजना के तहत, 10,000 लेयर मुर्गी क्षमता वाले फार्म के लिए 40 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है। हालांकि, 1 करोड़ रुपये तक की सब्सिडी की जानकारी उपलब्ध स्रोतों में नहीं मिली है।
What is the 25 lakh subsidy scheme?
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) के तहत, मुर्गी पालन परियोजनाओं के लिए 50% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो अधिकतम 25 लाख रुपये तक सीमित है। यह सब्सिडी दो समान किस्तों में दी जाती है: पहली किस्त 25% बुनियादी ढांचे के पूरा होने और सत्यापन के बाद, और दूसरी किस्त परियोजना के पूर्ण होने और सत्यापन के पश्चात।
What is the profit of 5000 chicken poultry farm?
5000 मुर्गियों के पोल्ट्री फार्म का लाभ कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे मुर्गियों की नस्ल, चारे की लागत, मृत्यु दर, और बाजार मूल्य। सामान्यतः, उचित प्रबंधन के साथ, किसान एक अच्छी लाभप्रदता की उम्मीद कर सकते हैं। हालांकि, विशिष्ट लाभ राशि संचालन की दक्षता और बाजार स्थितियों पर व्यापक रूप से निर्भर करती है।
Which loan is 50% subsidy?
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) के तहत, मुर्गी पालन परियोजनाओं के लिए 50% तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है, जो अधिकतम 25 लाख रुपये तक सीमित है। यह सब्सिडी दो समान किस्तों में दी जाती है: पहली किस्त 25% बुनियादी ढांचे के पूरा होने और सत्यापन के बाद, और दूसरी किस्त परियोजना के पूर्ण होने और सत्यापन के पश्चात।
How much does a 1000 bird poultry farm cost?
1000 पक्षियों के पोल्ट्री फार्म की लागत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे बुनियादी ढांचा, चारा, श्रम, और अन्य परिचालन खर्च। सामान्यतः, प्रारंभिक निवेश में भूमि, शेड निर्माण, उपकरण, और चूजों की खरीद शामिल होती है। सटीक लागत स्थान, सामग्री की कीमतों, और प्रबंधन प्रथाओं के आधार पर भिन्न हो सकती है।
Which bank is best for poultry farming?
मुर्गी पालन के लिए कई बैंक ऋण प्रदान करते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
- भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
- पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- बैंक ऑफ इंडिया
- केनरा बैंक
- फेडरल बैंक
- एचडीएफसी बैंक
- आईसीआईसीआई बैंक
ऋण की शर्तें और ब्याज दरें बैंक और योजना के अनुसार भिन्न हो सकती हैं। अपने व्यवसाय की आवश्यकताओं के अनुसार सर्वोत्तम विकल्प चुनने के लिए विभिन्न बैंकों से संपर्क करें और उनकी योजनाओं की तुलना करें।