PM Vishwakarma Yojana : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) की घोषणा की। इस योजना का उद्देश्य शिल्पकारों और कारीगरों को उनके कौशल के आधार पर आर्थिक सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करना है। यह योजना उन समुदायों के लिए समर्पित है जो परंपरागत रूप से शिल्पकारी और हस्तकला में संलग्न हैं।
पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है (PM Vishwakarma Yojana Kya Hai) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 फरवरी 2023 को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की घोषणा की। यह योजना खासतौर पर उन कारीगरों और शिल्पकारों के लिए लाई गई है, जो पारंपरिक कला और हस्तशिल्प के जरिए अपनी आजीविका कमाते हैं। इस योजना का उद्देश्य ऐसे व्यक्तियों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करके उनके कौशल का विकास करना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण मुफ्त में प्रदान किए जाते हैं, ताकि वे अपने कौशल को आधुनिक तकनीकों के साथ जोड़कर अपने व्यवसाय को बढ़ा सकें। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें प्रोत्साहन स्वरूप प्रतिदिन ₹500 का भुगतान किया जाता है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूती मिले। यह प्रोत्साहन राशि सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है, ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो। इसके अलावा, लाभार्थियों को टूल किट खरीदने के लिए ₹15,000 की सहायता राशि भी दी जाती है। यह राशि सीधे बैंक ट्रांसफर के माध्यम से प्रदान की जाती है, ताकि वे अपने काम के लिए आवश्यक उपकरण और सामग्री खरीद सकें। यह कदम न केवल उनके काम को बेहतर बनाने में मदद करता है, बल्कि उनकी उत्पादकता और गुणवत्ता में भी सुधार लाता है। योजना के अंतर्गत विश्वकर्मा समुदाय Sarkari Yojana के लोगों को न केवल प्रशिक्षण बल्कि वित्तीय सहायता भी दी जाती है। वे अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए 5% की न्यूनतम ब्याज दर पर ₹3 लाख तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं। यह लोन दो चरणों में दिया जाता है: पहले चरण में ₹1 लाख का लोन प्रदान किया जाता है, जिससे वे अपना छोटा व्यवसाय शुरू कर सकें। इसके बाद, यदि उनका व्यवसाय सफल रहता है और उन्हें अधिक धन की आवश्यकता होती है, तो दूसरे चरण में ₹2 लाख का लोन प्रदान किया जाता है। इस तरह यह योजना उनके व्यवसाय को बढ़ाने में मदद करती है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मौका देती है। यह योजना न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि लाभार्थियों को समाज में एक नई पहचान और सम्मान दिलाने का भी काम करती है। इसके जरिए विश्वकर्मा समुदाय के लोग अपने पारंपरिक व्यवसाय को आधुनिकता के साथ जोड़कर नए अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
What is Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana : प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पर एक नजर
विशेषता
विवरण
पोस्ट का नाम
Pradhan Mantri Vishwakarma Yojana 2024
योजना का नाम
PM Vishwakarma Yojana 2024
लाभार्थी
विश्वकर्मा समुदाय की सभी जातियों के लोग
आवेदन मोड
ऑनलाइन/ऑफलाइन
उद्देश्य
फ्री में स्किल ट्रेनिंग और रोजगार के लिए लोन प्रदान करना
कौन आवेदन कर सकता है?
देश के सभी शिल्पकार या कारीगर
बजट
13,000 करोड़ रु के बजट का प्रावधान
विभाग
Ministry of Micro, Small & Medium Enterprises
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य उन कारीगरों और पारंपरिक शिल्पकारों की मदद करना है, जो Sarkari Yojana आर्थिक योजनाओं से वंचित रह जाते हैं। इस योजना के तहत, विशेष रूप से विश्वकर्मा समुदाय के कारीगरों को कामकाजी क्षेत्र में उचित प्रशिक्षण देने का प्रयास किया जाएगा। इसके साथ ही, उन्हें अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए कम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य इन कारीगरों को सशक्त बनाना और उन्हें स्व-निर्भर बनाकर उनकी आर्थिक स्थिति को सुधारना है।
PM Vishwakarma Yojana Benefit : प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लाभ
140 से अधिक जातियों को मिलेगा लाभ: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य विभिन्न पारंपरिक Sarkari Yojana कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है। इस योजना का लाभ 140 से अधिक जातियों के लोगों को मिलेगा, जो पारंपरिक कारीगरी और शिल्प कार्यों में संलिप्त हैं। यह कदम उन्हें मुख्यधारा की आर्थिक योजनाओं से जोड़ने में मदद करेगा और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाएगा।
18 पारंपरिक व्यवसायों के लिए लोन: इस योजना के तहत, सरकार 18 प्रकार के पारंपरिक व्यवसायों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। इनमें लोहार, कुम्हार, बढ़ई, मूर्तिकार, लोहे के सामान बनाने वाले कारीगर, और अन्य पारंपरिक शिल्पकारों के व्यवसाय शामिल होंगे। इस तरह के व्यवसायों को ऋण उपलब्ध कराने से कारीगरों को अपने व्यवसाय को बढ़ाने और उसे और अधिक आधुनिक बनाने का अवसर मिलेगा।
13,000 करोड़ रुपये का बजट: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के लिए सरकार ने कुल ₹13,000 करोड़ Sarkari Yojana का बजट स्वीकृत किया है। यह बजट पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की आर्थिक स्थिति को सुधारने और उन्हें स्व-निर्भर बनाने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण, उपकरण, ऋण, और अन्य सुविधाओं के लिए खर्च किया जाएगा। यह बजट योजना की सफलता को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
शिल्पकारों को प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड: इस योजना के तहत शिल्पकारों को sarkari fayde.com प्रमाण पत्र और एक विशेष आईडी कार्ड प्रदान किया जाएगा। इससे उन्हें एक नई पहचान मिलेगी, जो उनके व्यवसाय को मान्यता प्रदान करेगी और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में सुविधा होगी। इसके अतिरिक्त, ये प्रमाण पत्र उनके काम की गुणवत्ता और कारीगरी को प्रमाणित करेंगे, जिससे उनकी ग्राहक पहुंच बढ़ेगी।
प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता: विश्वकर्मा समुदाय के लोग इस योजना के माध्यम से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं, जिससे वे अपने पारंपरिक व्यवसाय को अधिक दक्षता से चला सकें। इसके अलावा, आर्थिक सहायता के रूप में उन्हें ऋण, सब्सिडी और अन्य वित्तीय सहायता प्राप्त होगी, जिससे वे अपना व्यवसाय शुरू करने या उसे विस्तारित करने में सक्षम होंगे। यह योजना उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में सहायक होगी।
₹3 लाख का लोन 5% ब्याज पर: इस योजना के अंतर्गत शिल्पकारों को ₹3 लाख तक का लोन 5% की ब्याज दर पर सरकारी योजना प्रदान किया जाएगा। यह लोन शिल्पकारों को व्यवसाय विस्तार के लिए आवश्यक उपकरण, सामग्री, और अन्य संसाधनों की खरीदारी के लिए मदद करेगा। कम ब्याज दर पर लोन मिलने से कारीगरों को अपने व्यवसाय में निवेश करने का एक बड़ा अवसर मिलेगा, जिससे उनकी आय और समृद्धि में वृद्धि होगी।
इस प्रकार, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लिए एक सशक्त और स्थिर भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।
PM Vishwakarma Yojana Eligibility : प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की पात्रता
विश्वकर्मा समुदाय की 140 से अधिक जातियां पात्र: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य उन कारीगरों और शिल्पकारों को समर्थन प्रदान करना है जो पारंपरिक शिल्प और कारीगरी के क्षेत्र में कार्यरत हैं। इस योजना का लाभ विशेष रूप से विश्वकर्मा समुदाय के उन 140 से अधिक जातियों को मिलेगा, जो पारंपरिक कारीगरी में संलिप्त हैं। इन जातियों के कारीगरों को योजना के तहत आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण, और ऋण प्रदान किया जाएगा, जिससे उनके व्यवसाय को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिल सके।
जाति प्रमाण पत्र और पहचान पत्र की अनिवार्यता: इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को जाति प्रमाण पत्र और पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड) का होना आवश्यक है। जाति प्रमाण पत्र यह सुनिश्चित करेगा कि आवेदक विश्वकर्मा समुदाय का सदस्य है और पहचान पत्र उसकी नागरिकता और पहचान की पुष्टि करेगा। इन दस्तावेजों के बिना आवेदन प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकेगी, और योजना का लाभ लेने में कोई कठिनाई आ सकती है।
केवल भारतीय नागरिकों को मिलेगा लाभ: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना का लाभ केवल भारतीय नागरिकों को ही मिलेगा। सरकारी योजना योजना के अंतर्गत दी जाने वाली सहायता, लोन, और अन्य लाभ केवल भारतीय नागरिकों के लिए वैध हैं। इसलिए, आवेदक को इस योजना का लाभ लेने के लिए भारत का नागरिक होना चाहिए। विदेशी नागरिक या अन्य देशों के निवासी इस योजना से वंचित रहेंगे।
आवेदक का शिल्पकार या कुशल कारीगर होना आवश्यक: इस योजना के तहत, आवेदक को शिल्पकार या कुशल कारीगर होना अनिवार्य है। इसका मतलब है कि आवेदक को पारंपरिक कारीगरी जैसे लकड़ी का काम, धातु का काम, बुनाई, कुम्हारगीरी, मूर्तिकला, लोहार, बढ़ई आदि में से किसी एक या अधिक क्षेत्रों में दक्ष होना चाहिए। शिल्पकारों और कारीगरों के पास अपनी कला और कारीगरी में अनुभव होना चाहिए, जिससे वे इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें और अपने व्यवसाय को बढ़ा सकें।
इस प्रकार, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में भाग लेने के लिए इन पात्रताओं का पालन करना अनिवार्य है। केवल वही कारीगर और शिल्पकार इस योजना का लाभ उठा सकते हैं, जो इन निर्धारित योग्यताओं को पूरा करते हैं।
आवश्यक दस्तावेज़ (PM Vishwakarma Yojana Document)
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ और जानकारी की आवश्यकता होगी:
आधार कार्ड:
आवेदन के लिए आवेदक को अपना आधार कार्ड प्रस्तुत करना अनिवार्य है। यह दस्तावेज़ पहचान और नागरिकता प्रमाणित करने के लिए आवश्यक है।
मोबाइल नंबर:
आवेदक को एक सक्रिय मोबाइल नंबर देना होगा, जिससे वे OTP प्राप्त कर सकें और आवेदन प्रक्रिया पूरी कर सकें।
बैंक विवरण:
आवेदन के लिए आवेदक को अपना बैंक खाता विवरण (जैसे खाता नंबर, बैंक शाखा, और IFSC कोड) देना होगा। यह जानकारी सरकारी योजना योजना के अंतर्गत मिलने वाली वित्तीय सहायता के लिए आवश्यक है।
राशन कार्ड:
पंजीकरण के लिए राशन कार्ड का होना अनिवार्य है। राशन कार्ड से आवेदक के परिवार के सदस्य और निवास स्थान की पुष्टि होती है।
नोट:
यदि लाभार्थी के पास राशन कार्ड नहीं है:
यदि किसी लाभार्थी के पास राशन कार्ड नहीं है, तो उन्हें परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड प्रस्तुत करने होंगे, ताकि परिवार के सदस्य और उनकी पहचान की पुष्टि की जा सके।
यदि लाभार्थी के पास बैंक खाता नहीं है:
यदि लाभार्थी के पास बैंक खाता नहीं है, तो उन्हें पहले एक बैंक खाता खोलना होगा। इसके लिए सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी, ताकि आवेदक आसानी से बैंक खाता खोल सकें और योजना के तहत लाभ प्राप्त कर सकें।
इन दस्तावेज़ों के साथ, आप प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में सफलतापूर्वक आवेदन कर सकते हैं।
PM Vishwakarma Yojana Online Apply : प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना आवेदन प्रक्रिया
ऑनलाइन – सीएससी के माध्यम से
पात्र लाभार्थियों को सीएससी के माध्यम से नामांकन कराना अनिवार्य है: पात्र लाभार्थियों को अपनी नजदीकी सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) पर जाकर स्वयं को सरकारी योजना नामांकित कराना होगा। वे स्वयं या ग्राम स्तरीय उद्यमियों (VLEs) या गणनाकारों के माध्यम से सीएससी की सहायता से आवेदन कर सकते हैं।
पंजीकरण प्रक्रिया:
चरण 1:
आधिकारिक पोर्टल “पीएम विश्वकर्मा” पर जाएं और ऊपर दाएं कोने में “लॉगिन” पर क्लिक करें। sarkari fayde.com फिर “सीएससी – कारीगरों का पंजीकरण करें” पर क्लिक करें।
आपको पंजीकरण पृष्ठ पर भेजा जाएगा।
चरण 2:
“अभी पंजीकरण करें” पृष्ठ पर, प्रश्नों के सेट का उत्तर हां/नहीं में दें और “जारी रखें” पर क्लिक करें।
“आधार सत्यापन” पृष्ठ पर, अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर प्राप्त 6 अंकों का OTP दर्ज करें और “जारी रखें” पर क्लिक करें।
फिर अगले पृष्ठ पर अपना आधार नंबर और आधार पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज करें और “जारी रखें” पर क्लिक करें।
आवेदन प्रक्रिया:
चरण 1:
अपने निकटतम सीएससी पर जाएं और बायोमेट्रिक सत्यापन प्रक्रिया पूरी करें।
चरण 2:
ऑनलाइन आवेदन फॉर्म में सभी अनिवार्य विवरण भरें और “सबमिट” पर क्लिक करें।
अगली स्क्रीन में, भविष्य के संदर्भ के लिए “आवेदन संख्या” नोट कर लें।
अंत में “संपन्न” पर क्लिक करें।
सत्यापन प्रक्रिया:
चरण 1:
ग्राम पंचायत या यूएलबी (नगर निकाय) स्तर पर पात्रता का सत्यापन किया जाएगा।
चरण 2:
जिला कार्यान्वयन समिति द्वारा आवेदनों की जांच और सिफारिश की जाएगी।
चरण 3:
स्क्रीनिंग समिति लाभार्थियों की पात्रता के संबंध में स्वयं संतुष्ट होने के बाद पंजीकरण के लिए उन्हें अंतिम मंजूरी देगी।
लाभ वितरण:
तीन चरणों में सफल सत्यापन के बाद, कारीगर और शिल्पकार औपचारिक रूप से इस योजना के तहत विश्वकर्मा के रूप में पंजीकृत होंगे।
उन्हें एक डिजिटल आईडी, एक पीएम विश्वकर्मा डिजिटल प्रमाणपत्र और एक पीएम विश्वकर्मा आईडी कार्ड प्राप्त होगा।
यह प्रमाणपत्र आवेदकों को विश्वकर्मा के रूप में मान्यता प्रदान करेगा, जिससे वे योजना के तहत सभी लाभों का लाभ उठाने के लिए पात्र हो जाएंगे।
PM Vishwakarma Yojana Status : पीएम विश्वकर्मा योजना आवेदन की स्थिति कैसे जांचें?
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की आधिकारिक sarkari fayde.com वेबसाइट पर जाएं। वेबसाइट का लिंक आपको सरकार की आधिकारिक साइट से प्राप्त हो सकता है।
‘आवेदन स्थिति’ विकल्प पर क्लिक करें: वेबसाइट के होम पेज पर ‘आवेदन स्थिति’ (Application Status) का विकल्प दिखाई देगा। इस विकल्प पर क्लिक करें ताकि आप अपने आवेदन की स्थिति को ट्रैक कर सकें।
आवेदन नंबर दर्ज करें और स्थिति जानें: इसके बाद, आपको अपना आवेदन नंबर दर्ज करना होगा, जिसे आपने आवेदन करते समय प्राप्त किया था। आवेदन नंबर भरने के बाद, ‘सबमिट’ या ‘चेक स्टेटस’ बटन पर क्लिक करें। इससे आपको अपनी आवेदन की वर्तमान स्थिति दिखाई देगी।
PM Vishwakarma Yojana details : अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) – प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना
What is Pradhan Mantri Vishwakarma Scheme?
उत्तर: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना एक सरकारी पहल है जिसका उद्देश्य विश्वकर्मा समुदाय के sarkari fayde.com कारीगरों और शिल्पकारों को कम ब्याज दर पर ऋण, मुफ्त स्किल ट्रेनिंग, और व्यवसाय शुरू करने के लिए सहायता प्रदान करना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन्हें आत्मनिर्भर बनाना और उनके कौशल का विकास करना है।
इस योजना में किस श्रेणी के व्यापार शामिल हैं?
उत्तर: इस योजना में 18 पारंपरिक व्यवसायों और कौशल श्रेणियों को शामिल किया गया है, जिनमें मूर्तिकला, बढ़ईगीरी, लोहे का काम, बुनाई, चमड़ा निर्माण, आरा मिल, लोहे के बर्तन आदि शामिल हैं।
पीएम विश्वकर्मा के प्रमुख घटक क्या हैं?
उत्तर: पीएम विश्वकर्मा योजना के प्रमुख घटक हैं:
कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करना।
कारीगरों को स्किल ट्रेनिंग और उन्नति का अवसर प्रदान करना।
डिजिटल प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड द्वारा मान्यता प्राप्त करना।
उद्यमिता में मदद और कौशल विकास की सुविधाएं।
योजना के पात्रता मानदंड क्या हैं?
उत्तर: योजना का लाभ विश्वकर्मा समुदाय की 140 से अधिक जातियों के शिल्पकारों और कारीगरों को मिल सकता है, जिनके पास जाति प्रमाण पत्र है और वे भारतीय नागरिक हैं। साथ ही, आवेदक को शिल्पकार या कुशल कारीगर होना चाहिए।
योजना के अंतर्गत लाभ कैसे प्राप्त करें?
उत्तर: लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) के माध्यम से पंजीकरण करना होगा। इसके sarkari fayde.com बाद, वे योजना के तहत ऋण, प्रशिक्षण, और अन्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
पीएम विश्वकर्मा पोर्टल पर पंजीकरण के दौरान कौन से दस्तावेज उपलब्ध कराने आवश्यक हैं?
उत्तर: पंजीकरण के दौरान आवेदक को निम्नलिखित दस्तावेज़ उपलब्ध कराना होगा:
आधार कार्ड
मोबाइल नंबर
बैंक खाता विवरण
राशन कार्ड (यदि उपलब्ध हो)
परिवार के सभी सदस्य के आधार कार्ड (यदि राशन कार्ड नहीं है)
इस योजना के अंतर्गत कौन सी ऋण संस्थाएं ऋण उपलब्ध करा सकती हैं?
उत्तर: इस योजना के अंतर्गत राष्ट्रीयकृत बैंक, निजी बैंक, सहकारी बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जैसे ऋण संस्थाएं ऋण प्रदान कर सकती हैं।
योजना के अंतर्गत प्रारंभिक ऋण की राशि क्या है?
उत्तर: योजना के तहत प्रारंभिक ऋण ₹1 लाख तक की राशि दी जाती है। इसके बाद, दूसरे चरण में ₹2 लाख तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है।
यदि कोई आवेदक पहले ही ऋण की पहली किश्त का उपयोग कर चुका है तो वह पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत ऋण की दूसरी किश्त के लिए कब पात्र होगा?
उत्तर: यदि आवेदक ने पहली किश्त का उपयोग कर लिया है, तो वह ऋण की दूसरी किश्त के लिए कम से कम 6 महीने बाद पात्र होगा, जब उसकी गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी।
क्या इस योजना के अंतर्गत ऋण सुविधा प्राप्त करने के लिए आवेदक को कोई जमानत देने की आवश्यकता है?
उत्तर: नहीं, पीएम विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत ऋण सुविधा प्राप्त करने के लिए आवेदक को कोई जमानत देने की sarkari fayde.com आवश्यकता नहीं है। ऋण बिना किसी जमानत के दिया जाता है, लेकिन ऋण के भुगतान की शर्तों का पालन करना आवश्यक है।
इस योजना में ब्याज अनुदान की दर और राशि क्या है?
उत्तर: इस योजना के तहत ऋण पर 5% की ब्याज दर लागू होती है। इसके साथ ही, सरकार ब्याज पर अनुदान प्रदान करती है, जिससे शिल्पकारों को कम ब्याज दर पर ऋण मिल सके।